वर्मी कम्पोस्ट एक उत्कृष्ट जैव उर्वरक है जो केंचुओं और जैविक कचरे के अपघटन से बनता है। यह खाद फसलों के लिए बहुत फायदेमंद है क्योंकि इसमें नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं। इसके अलावा, यह खाद मिट्टी की उर्वराशक्ति को बढ़ाता है, मिट्टी को हल्का और फूला हुआ बनाता है, मिट्टी में जल संग्रहण की क्षमता को बढ़ाता है और मिट्टी के पीएच स्तर को संतुलित रखता है।
यह पौधों को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है, जिससे उनका विकास और उत्पादन बढ़ता है।
यह बदबू और कीड़ों से मुक्त होता है, जिससे वातावरण स्वच्छ और स्वस्थ रहता है।
यह मिट्टी में जल संग्रहण की क्षमता बढ़ाता है, जिससे पौधों को सूखे के समय भी पानी की कमी नहीं होती है।
यह मिट्टी में जैविक जीवन को बढ़ावा देता है, जिससे मिट्टी का उपजाऊपन बना रहता है।
यह किसी भी प्रकार की जैविक कचरे को उपयोगी उर्वरक में बदल देता है, जिससे कचरे का निपटान और पुनर्चक्रण होता है।
हम वर्मी कम्पोस्ट का प्लांट लगाने का प्रशिक्षण भी किसानों को प्रदान करते है प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद किसान द्वारा न सिर्फ केंचुए से खाद तैयार की जा सकती है, बल्कि केंचुओं की भी बिक्री कर अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है. केंचुए से बनी खाद अगर किसान के द्वारा बनाकर अपने इस्तेमाल में लेने के बाद बिक्री भी की जाए, तो इसकी बिक्री भी काफी अच्छे दामों में होगी. इतना ही नहीं केंचुए से बनी खाद में अतिरिक्त प्रचुर मात्रा में जीवांश कार्बन, लाभकारी सूक्ष्मजीव व पौधों के लिए उपयोगी तत्व भी सम्मिलित हैं. अगर किसान खुद इस खाद को बनाता है तो लागत भी कम आती है. वहीं किसानों के लिए यह एक बड़ा रोजगार साबित हो सकता है